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बरसात की शाम में चुदाई - Hindi Horny Story | Sex Story in Hindi

Sex Story in Hindi: हमें शाम को बहुत तेज बरिस हो रही थी। सब लोग अपने घर में बैंड द। मुझे पता कि की सुशी- मेरी गर्ल फ्रेंड 'कहीं गई हुई है और मेरा घर रास्ते में ही पदा है इसलिये मैं घर का दरवाजा थोड़ा सा खुला रख कर उसकी राह देख रहा था। (Hindi Horny Story)



सुश मेरी दोस्त थी और हमारे बीच फुल समझ थी और कफी टाइम से हम ऐसे ही किसी मौके का इंतजार कर रहे थे।



आज मेरा पूरा योजना जो छोडने का उपयोग करती है। उसकी बहकी जवानी के बारे में शोच शोच कर बदन में कांटे खड़े हो रहे थे।


अचानक जो सामने से आती हुई दिखी। मैंने दरवाजा थोडा सा और खोला और इस्तेमाल कहा और आओ इस बारिस में कहां जाओगी। जब रुक जाए तो चली जाना। वो पूरी गिली हो चुकी थी और भी मेरे साथ रहना अच्छा लगता है कि इसलिये बिना कुछ कहे और आ गए।


मेरे मन की मुराद पूरी हो गई अब उसका काम होना ती होना था।


सुष और आकार अपना बदन पोछने लगी। ऑफफ्फ्फ्फ्फ्फ पानी से जिला पूरा बदन कपड़े साड़ी से चिपके हुए। एक-एक अंग साफ झलक रहा था जैसे सामने नंगी खादी हो। उसकी सलवार जंगों के नीचे तक चली गई थी। क्या कयामत कि जवानी पाने वाली उसे। बड़े-बड़े टाइट बूब्स पाटली कमर और वाह बड़ी से गोल-गोले गंद हाय माजा आ गया देख कर.. Sex Story in Hindi

में तो पहले से ही तयार बैठा था इसके लिए और इस्तेमाल देख कर तो सबर का बंद टूट गया। gaming mouse in under 500 rs


मैंने बिना डर ​​के पिच से अपनी बहन में पका लिया और लुंड से उसे गंद पे जोर देने लगा का इस्तेमाल किया। पहले उसे कमर और अब उसके स्तन को जोर से रागदने लगा। मेरा लुंड तंताना कर उसकी गंद के पिचली लाइन के एंडर घुस गया और फन्फनाने लगा मन किया की गरीब गंद के अंदर दाल दूं.. दिमाग में बिजली सी धौद रही थी। सारा बदन कानप रहा था। (Hindi Horny Story) सुसु भी जैसे तैयर ही थी मेरे छुटे ही वो ढिली पद गई।


एक तो गिला बदन और उस पर वासना का नशा दिमाग ने काम करना बंद कर दिया अब तो बस हाथ और मुंह चल रहे थे। और फिर हमारा खेल सुरु हो गया जिसके लिए हम दो लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। मैं धीरे-धीरे उसके गिले कपड़े निकले दिए और उसके गिले बदन तो चूमता हुआ उसकी छुट की तरफ बढ़ने लगा। और जैसे ही मैंने छुट पे अपने होते हैं रखे तो सुश तड़प उठी।



मेरे सर को पाकर कर अपनी कमर आएगी की और अपनी छुट मेरे नाक पर रागरने लगे। मैंने भी उसे के चुतर को दोनो हटों से पकार लिया और उनकी गंद सहलाते हुए उनके रस रहे छुट को चुनने लगा। सुश की छुट की प्यारी-प्यारी खुशबू मेरे दिमाग में चने लगा। माई दीवाना की तरह उसे की छुट और उसके चारो तराफ के एलके को चुम्ने लगा। बिच-बिच में मैं अपनी जीव निकल कर उसने की रानो को भी चैट लेता। (Love Sex Story) वो मस्ती से भर कर सिसकारी लेटे हुए बोले है राजा आह्ह्ह्ह जीव से छोटो ना। अब और मत तारापाओ राजा.. अंदर दाल कर जीव से छोटू। अब तक हमें की नशे में छूट की खुशबू मुझे बुरी तरह से पागल बना दिया था। मैंने हम की छुट पर से मुझे उठे बिना उन कींच कर पलंग पर बैठा दिया और खुद जमीन पर बैठा गया।


हमें की जांघो को फैला कर अपने दोनो कंधों पर रख लिया और फिर उम्र कर उसे चुनने के लिए अपने जीव से चटना शुरू कर दिया। सुश मस्ती से बरबरने लगी और अपनी चुटार को और उम्र खो कर अपनी छुट को मेरे मुंह से बिल्कुल सात दिया। अब हम के



चुटार पलंग से बहार हवा में झूल रही थी और उनकी मखमली जंगों को पुरा डबब मेरे कंधों पर था। मैंने अपनी जीव प्यारी की प्यूरी उनकी छुट में दीया और छुट की एंड्रुनी दीवालों को सहलाने लगा। सुश मस्ती से तिलमिला उठी और अपने चुटार उठा उठा कर अपनी छुट मेरी जीव पर दबने लगे।


है राजा क्या मजा आ रहा है। अब अपनी जीव को और बहार करो ना चोदो राजाआ छोडू अपना जीव से छोडो मुझे मेरे जान। अब साड़ी कसार नीकालुंगी। बड़ा तारपी पीछले साल भर से। है राजा छोडो मेरी छुट को अपना जीव से। मुझे भी पुरा जोश आ गया और उसने की छुट में जलदी जलदी जीव और बाहर-बाहर करते हुए इस्तेमाल करने लगा। सुश भी जोर-जोर से कमर उठा कर मेरे मुं को छोड़ रही थी। मुझे भी चुदाई से का मजा आने लगा है। मैंने अपना जीव कर के स्थिर कर ली और सर उम्र पीछे कर के उसे चुनने को चोदने लगा। हमें का मजा दोगुना हो गया। अपने चुटार को जोर-जोर से उठते हुए बोले और जोर से और जोर से मेरे प्यारे.. आह उइइइ मां सुश अब झरने वाली तुम। sex Story in Hindi वो जोर जोर से चिलते हुए


अपनी छुट मेरे शुद्ध चेहरे पर रागर रहे तुम। माई भी पूरी तेजी से जीव लैप-लपा कर उसे की छू पूरी तरह से चाट रहा था। (Bhabhi Devar)


सुश पलंग पर पेट के बाल चलो गई और अपने घुटनो के बाल होकर अपने चुतर हवा में उठा दिया। देखने लायक नज़र था। सुश...


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